sidh kunjika Fundamentals Explained



देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्

धिजाग्रं धिजाग्रं त्रोटय त्रोटय दीप्तं कुरु कुरु स्वाहा।।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः

गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति ।

श्री महा लक्ष्मी अष्टोत्तर शत नामावलि

क्लींकारी काल-रूपिण्यै, बीजरूपे नमोऽस्तु ते।।

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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः

धां धीं धू धूर्जटे: पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी।

श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)

कभी उड़ान नहीं भर पाएगी जेट get more info एयरवेज, सुप्रीम कोर्ट ने एयरलाइन के ऐसेट्स बेचने का दिया आदेश

देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

इसके प्रभाव से जातक उच्चाटन, वशीकरण,  मारण, मोहन, स्तम्भन जैसी सिद्धि पाने में सफल होता है.

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